थांदला से सिद्धार्थ कांकरिया की रिपोर्ट
थांदला में
किसानों को एमआरपी से अधिक कीमत पर मिल रहे है, बीज
ग्रामीण युवक ने वीडियो बनाकर किसानों की पीड़ा जाहिर की
व्यापरियों ने भी दबी जुबान स्वीकारी कालाबाज़ारी की बात,
अवैध रूप से बीज व्यवसाय करने वालो पर हो कारवाई
थांदला। अंचल में इन दिनों बोवनी योग्य पर्याप्त वर्षा हो चुकी है। किसान खेती कार्यों में व्यस्त हैं। जिसके चलते बीज की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। इधर पिछले वर्ष कपास के भावों में आई तेजी के चलते अधिकांश किसान अपने खेतों में कपास की खेती करना चाह रहे हैं। वही कुछ व्यापारी मौके का फायदा उठाते हुए बीज को एमआरपी से अधिक मूल्य पर बेच रहे हैं। प्रशासन कारवाई करने के बाजाए मात्र खाना पूर्ति करने में लगा है।
उल्लेखनीय है कि अंचल का प्रसिद्ध कपास बीज डीसीएच का प्रोडक्शन इस वर्ष फेल हो चुका है। डीसीएच बीज की डिमांड कृषकों में ज्यादा है। और उत्पादन कम। जिसके चलते इस बीच की कालाबाजारी भी हो रही है। कृषक मजबूरी में एमसीएच बीज खरीद रहे हैं। लेकिन अब इसके भावों में भी तेजी आ गई है। मजबूर किसान महंगे दामों पर बीज खरीदने को मजबूर हो गए हैं।
रविवार के दिन थांदला में बीज खरीदने के लिए आए दिनेश बारिया, पप्पू देवदा, सुजीत मुणिया, कलसिंह कटारा आदि ने (झाबुआ 24) को बताया कि व्यापारी एमआरपी से अधिक दामों पर एमसीएच और डीसीएच के बीज बेच रहे हैं। व्यापारियों से बीज का बिल भी मांगा गया। लेकिन वह बिल देने में आनाकानी करते हैं।
यही नहीं अंचल के एक जागरूक युवक ने सोशल मीडिया का उपयोग करते हुए एक वीडियो वायरल किया है। जिसमें वह स्पष्ट रूप से बीज की कालाबाजारी रोकने, एमआरपी से अधिक बीज विक्रय को रोकने के लिए कलेक्टर से निवेदन कर रहा है।
किसानों की पीड़ा बताते हुए युवक व्यापारियों को चेतावनी भी दे रहा है।
इधर स्थानीय व्यापारियों ने दबी जुबान बताया कि नगर में 35 लाइसेंस दुकाने हैं। इसके अलावा कई दुकानें बिना लाइसेंस के अवैध रूप से चल रही है। अधिकारी इन दुकानों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। कई बार अधिकारियों को भी इन दुकानों के बारे में अवगत करवा दिया है। इसके अलावा नगर में राजस्थान और गुजरात के शहरों से मोटरसाइकिल द्वारा अवैध रूप से बीज बेचने कई व्यापारी आ रहे हैं। यह व्यापारी नगर के समीप ग्रामीण अंचलों में घर-घर जाकर बीच बेच रहे हैं। जिस पर अधिकारियों द्वारा कोई नकेल नहीं कसी जा रही है।
व्यापारियों ने दबी जुबान यह भी स्वीकारा कि कुछ व्यापारी एमआरपी से अधिक कीमत पर माल बेच रहे हैं। इस संबंध में एसडीओ गंगाराम चौहान का कहना है कि झाबुआ से दो बार टीम थांदला बाजार का निरीक्षण करने पहुंची है। समय-समय पर अधिकारियों द्वारा कार्यवाही की जाती है।
इस संबंध में बीज इंस्पेक्टर उदा काग से चर्चा की गई जिसमें उन्होंने बताया कि मैं इस संबंध में आपको कुछ नहीं बता सकता हूं।
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