आदेशों के खिलाफ में पटवारी संघ ने सौंपा ज्ञापन!
थांदला। पटवारी संघ द्वारा सोमवार को अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन तहसीलदार शक्तिसिंह चौहान को सौंपा गया। ज्ञापन में विशेष रुप से मांग की गई कि पटवारी कार्यों के दबाव के चलते शासकीय अवकाश का लाभ नहीं ले पाते हैं। वहीं कार्यालय समय के अतिरिक्त भी उन्हें कार्य करना पड़ रहा है। जिसके चलते पटवारी अपनी पारिवारिक, सामाजिक दायित्वों का निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं।
जानकारी देते हुए पटवारी संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक पटवारी शासन की योजनाओं और कार्यों के निष्पादन में पूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। जिसके परिणाम स्वरूप प्रदेश के शासन को पटवारी की कार्यप्रणाली को लेकर देश में प्रथम स्थान मिला है।
इसके इतर जिला स्तर पर अधिकारियों द्वारा पटवारियों से 24 घंटे काम करवाया जा रहा है।
पटवारी शासकीय अवकाश का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। अवकाश के दिनों में समीक्षा बैठक में की जाती है। वही कार्यालयीन समय के अलावा भी पटवारियों से कार्य करवाया जाता है। विगत वर्ष में कार्य के दबाव के चलते 35 युवा पटवारियों की आकस्मिक मृत्यु भी हो चुकी है।
अतः मानवता को दृष्टिगत रखते हुए पटवारी संघ ने यह निर्णय लिया है कि पटवारी शासन के निर्देशानुसार निर्धारित कार्य दिवस और कार्यालयीन समय सुबह 10 बजे से शाम 5:30 बजे तक शासकीय कार्य संपादित करेंगे।
साथ ही भू अभिलेख और अतिरिक्त अन्य कार्यों में पटवारी सहयोग करेगा। ऐसे समस्त कार्य करने का उत्तरदायित्व संबंधित विभाग का रहेगा।
पटवारी संघ ने आरोप लगाया है कि कुछ विभागीय अधिकारियों द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप पर पटवारियों से सेल्फी मांग कर कार्यों की जानकारी ली जाती है। यह स्थिति ठीक नहीं है।
पटवारी संघ में महिला पटवारी भी कार्यरत है। ऐसे में किसी भी कर्मचारी से सेल्फी मांगना विशेषकर महिला कर्मचारी से यह उनकी निजता का उल्लंघन है !उल्लेखनीय है कि पटवारी और तहसीलदार के मध्य राजस्व निरीक्षक पदस्थ होते हैं। उच्च अधिकारी इसी व्यवस्था के तहत पटवारी से जानकारी लेवे।
इस अवसर पर मध्य प्रदेश पटवारी संघ थांदला के अध्यक्ष मलसिंह डामोर, पटवारी मोहम्मद अशरफ खान, श्यामसिंह मेडा, गोविंद नायक, मंसूर खान, जोसेफ डामोर, नईम खान, आरती धुर्वे , ज्योति डुडवे , रवि बेनल आदि उपस्थित थे।
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