जिओ फैंस गिरदावरी का जिले के पटवारियों ने किया विरोध!
झाबुआ ! राज्य शासन द्वारा वर्तमान खरीफ फसल गिरदावरी का कार्य जिओ फैंस तकनीक से करने के आदेश का जिले के पटवारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है! इसके विरोध स्वरूप आज आयुक्त भू अभिलेख के नाम ज्ञापन तहसीदार आशीष राठौर को सौंपा गया।
मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष अखिलेश मुलेवा जिला संघर्ष् समिति के जिलाध्यक्ष मलजी डामोर तहसील अध्यक्ष नानूरात मेरावत ने बताया कि वर्तमान समय में पटवारियों को जियो फेंस तकनीक से गिरदावरी कार्य करने में अत्यधिक असुविधा होगी!
इस संबंध में पूर्व में प्रदेश स्तर पर पटवारी संघ द्वारा पूर्व मे ज्ञापन दिया गया था, किन्तु शासन स्तर पर कोई सकारात्मक निर्णय नही आने से आज तहसील स्तर पर ज्ञापन सौपकर विरोध् दर्ज किया गया!
श्री मुलेवा ने बताया कि बारिश के मौसम में खेतो में पानीभरे होने मेड़ो में चारा, घास, खरपतवार बहुत अधिक होने आदि विषम कारणों से खेतो पर जा पाना संभव नहीं हो पाता है! इन दिनो ज़हरीले जीवजंतुओ के निकलने व उनके काटने की घटनाये होती है!
जिओ फेन्स हेतु प्रत्येक खेत में जाना होगा जिससे कार्य के दौरान ज़हरीले जीव जंतु सर्प ,ग़ुहरे आदि के काटने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
किसानो द्वारा अपने खेतो को आवारा पशुओ जंगली जीवो से बचाव हेतु चारो तरफ तार फेन्सिग कर दी गयी है और उसमे बिजली का करंट भी प्रवाहित किया जाता है! जिससे एक खेत से दूसरे खेत में जाने में समय लगता है और बिजली के करंट से दुर्घटना होंने की संभावना भी रहती है। पिछले वर्ष प्रदेश में 3 पटवारियों की गिरदवारी के दौरान उक्त कारणों से आकस्मिक म्रत्यु भी हो चुकी है।
जिओ फेन्स गिरदवारी में अधिक समय लगता है यदि सब कुछ ठीक रहे तो समतल ईलाको में एक दिन में अधिकतम 20 से 25 सर्वे न० तथा भोगोलिक रूप से दुर्गम दूरस्थ बेहड़ पहाड़ी ईलाको में एक दिन में अधिकतम 10 से 15 सर्वे न० तक की ही गिरदावरी की जा सकती है।
ज़बकि अधिकांश पटवारी हल्कों में सर्वे न लगभग 10000 तक है। सारा एप्प सही कार्य ना करनेए सर्वर डाउन रहनेएडाटा अपलोड ना होनेएमोबाइल इन्टरनेट नेटवर्क ना आने व अन्य तकनीकी दिक्कतों के कारण मोके पर जिओ फेन्स गिरदावरी में समस्यांये आती है।
जिओ फेन्स में मौके पर सही खसरे न पर पहुचने पर भी सारा एप्प में लोकेशन सही नहीं बताकर वास्तविक दूरी से दूर बताता है जिससे फसल अपलोड नहीं हो पाती है। सैटेलाइट इमेज सही प्रदर्शित नहीं हो रही है अधिकतर ग्रामो में वास्तविक फसल के स्थान पर धान एवं सोयाबीन की प्रदर्शित हो रही है।
पटवारियों को अभी तक तकनीकी कार्य हेतु मोबाइल फ़ोनएसीयुजी सिम भी नहीं दी गयी है। जिओ फेन्स तकनीक पर व्यावहारिक रूप शासन-प्रशासन के अधिकारयों के साथ फील्ड में ट्रेनिंग भी अप्राप्त है।
यह कि जिओ फेन्स में अधिक समय लगता है ज़बकि पटवारी के पास असीमित कार्य होनेए बाढ़ बारिश व आपदा से जुड़े कार्यो में व अन्य शासकीय योजनाओ पीएम् किसाम सी एम् किसान आदि में निरंतर कार्यरत होने से पटवारियों के पास समय का अभाव है। अतः उपरोक्त कारणों से जिओ फेन्स गिरदवारी किया जाना संभव नहीं है! श्री मुलेवा ने बताया कि उक्त कारणों से पटवारियों ने आयुक्त भू अभिलेख से जिओ फेन्स हटाकर पूर्व की भांति गिरदावरी किये जाने मांग की गई है!
इस अवसर पर मध्य प्रदेश पटवारी संघ के प्रांतीय प्रवक्ता ठाकुरसिंह भूरिया तहसील अध्यक्ष सर्वश्री नानूराम मेंरावत संघर्ष समिति के जिलाध्यक्ष मलजी डामोरमए मुक्ता गणावा , निलेश अखाडे, पूजा औसारी गोविंद हाड़ा, रिषि जयसवाल, महावीर दोहरे , अभय व्यास अजीतसिंह चौहान , प्रेमसिंह गोड, संजय वसुनियाए विनोद मंडलोईए रमेश मुवेलए जालमसिंह अमलियार वागुसिंह भूरिया, राजेन्द्र भुरिया, नब्बुसिंह डामोर, करणसिंह बामनिया, खेमचंद मेडा, लक्ष्मी गणावा, रेखा बिलवाल, अंजली कटारा, प्रियंका वाखले, सुनिता वाखला ,हेमलता बामनिया, रंजना पगारिया सहित बडी संख्या मे पटवारी उपस्थित थे ।
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