थांदला से सिद्धार्थ कांकरिया की रिपोर्ट
गणपति बप्पा मोरिया के जय घोष के साथ की गई गणेश स्थापना!
थांदला। गणेश स्थापना का पर्व अंचल में धूमधाम से मनाया जा रहा है। बुधवार को गणेश स्थापना होने से भक्तों में काफी उत्साह देखा गया। गणेश प्रतिमाओं की बिक्री हेतु नगर में 70 से अधिक दुकानें लगाई गई है। अस्थाई तौर पर लगाई गई इन दुकानों पर प्रतिमा खरीदी के लिए काफी भीड़ रही। इसके अतिरिक्त नगर के 15 से अधिक बड़े पंडालों में स्थापित की जाने वाली गणेश प्रतिमाओं को इंदौर, उज्जैन, दाहोद और बड़ोदरा आदि शहरों से बुलवाया गया है।
90 वर्षों से चली आ रही है परंपरा!
नगर के अति प्राचीन गणेश मंदिर में परंपरा की अनोखी मिसाल देखने को मिलती हैं। यह परंपरा सतत 90 वर्षों से चल रही है। जिसके तहत गणेश मंदिर पर स्थापित की जाने वाली गणेश प्रतिमा को उपाध्याय परिवार की ओर से भेंट किया जाता है।
उपाध्याय परिवार के सदस्य प्रशांत मोंटू उपाध्याय ने बताया कि उनके दादाजी हीरालाल जी उपाध्याय की प्रेरणा से यह पुनीत कार्य उपाध्याय परिवार की ओर से किया जाता है। प्रति वर्ष अनुसार इस वर्ष भी गणेश मंदिर प्रांगण से प्रतिमा लाने हेतु जुलूस निकाला गया। जो नगर के विभिन्न मार्गो से होता हुआ उपाध्याय परिवार के निवास पर पहुंचा। यहां से विधि विधान से उपाध्याय परिवार द्वारा गणेश मंदिर में स्थापित की जाने वाली प्रतिमा समाजजनों को भेंट की गई।
बड़े पंडालों में देर शाम को होगी गणेश प्रतिमा की स्थापना!
नगर में 15 से अधिक स्थानों पर गणेश प्रतिमा स्थापित करने के लिए बड़े पंडाल बनाए गए हैं। इन पंडालों में गणेश स्थापना शाम को की जा रही है। इनमें मुख्य रूप से पिपली चौराहे स्थित आजाद पिपली गणेश मित्र मंडल ( स्थापना का 11 वर्ष ), राजापुरा स्थित राजापुरा का राजा गणेश मित्र मंडल (स्थापना का 23 वर्ष), जवाहर मार्ग स्थित अपना गणपति मित्र मंडल (स्थापना का वर्ष 18 ), गांधी चौक स्थित शिव शक्ति भक्त मंडल ( स्थापना का वर्ष 22 ), इंद्रपुरी कॉलोनी स्थित पांडाल, ऋतुराज कॉलोनी स्थित पांडाल, बिजली ऑफिस स्थित पांडाल, थाना प्रांगण पांडाल मुख्य है। इसके अलावा नगर के समीप ग्रामीण क्षेत्रों में भी धूमधाम से गणेश स्थापना की जा रही है। पंडालों को आकर्षक तरीके से सजाया गया है। आगामी दिनों में इन गणेश पंडालों पर विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
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