थांदला से सिद्धार्थ कांकरिया की रिपोर्ट
योमे आशूरा पर निकले ताजिये , ताजियों पर मन्नते उतारने का सिलसिला अलसुबह तक चला!
सभी धर्मों के लोगों ने शामिल होकर दिया एकता-सद्भाव का संदेश दिया!
थांदला। मंगलवार को योमे आशूरा का पर्व मुस्लिम धर्मावलंबियों ने बड़ी अकीदत के साथ मनाया। इस मौके पर सोमवार रात को ताजिये अपने-अपने मुकाम पर लाए गए। इस दौरान शहीदे कर्बला की याद में नाते व कव्वाली बैंड की धुन पर पढ़ी गई।
मंगलवार को ताजियों का जलसा जिस भी गली में जाता अगरबत्ती, फूलों व लोबान की खुशबू से गालियां महक जाती थी। जिममें न केवल मुस्लिमों बल्कि हिंदुओं ने भी ताजियों का निर्माण किया। धर्मावलंबियों तिरंगा झंड़ा लहराते हुए जलसे में शामिल हुए।
जलसा पीर साहब गली, जामा मस्जिद, कुम्हार मोहल्ला राजापुरा होता हुआ गांधी चौक पहुंचा। वहां पर जावरा कव्वाल पार्टी एवं लक्ष्मी बैंड के कलाकारों ने एक से बढ़कर एक कलाम पेश किए। शहीदे कर्बला की याद में पढ़ी गई इन नातों व कव्वालियों से हर किसी की आंखें में नम हो गई।
वहीं अलसुबह करीब 4 बजे ताजियों को ठंडा किया गया।
इस दौरान व्यवस्था सुचारू रखने के लिए
एसडीओपी रविन्द्र राठी, टीआई कौशल्या चौहान व उनकी टीम अलसुबह 4 बजे तक मौजूद रही।
मुस्लिम समाज सदर कदरूद्दीन शेख, एडवोकेट सलीम खान, पत्रकार कादर शेख, मोइनुद्दीन सैयद, शकील रजा खान, , युवा नेता कमालुद्दीन शेख, अब्दुल वली पठान, जावेद खान, इमरान खान शाहिद खान, जमील खान, शाहिद जेनब, पार्षद आनंद चौहान, सुधीर भाबोर, लाला नागर आदि ने आभार माना।
जामा मस्जिद में आशूरा की नमाज अदा की
मंगलवार को यौमे आशूरा पर्व पर मौलाना इस्माइल कादरी ने आशूरा के अवसर पर शहीदे कर्बला का वाक्या सुनाया व नमाजे अदा की गई।
इसके पश्चात मौलाना इस्माइल कादरी के नेतृत्व में हिंदुस्तान में खुशहाली, भाईचारा, आतंकवाद का खात्मा, अच्छी बारिश के साथ घर-घर में खुशहाली की दुआएं की गई।
ताजा खबरों के लिए फॉलो करे
लाइक |