थांदला से सिद्धार्थ कांकरिया की रिपोर्ट
थांदला में चुनावी महाकुंभ शुरू , दोनों प्रमुख पार्टियों ने ली बैठकें!
टिकट के दावेदार लगा रहे हैं भोपाल के चक्कर!
भाजपा ने निर्धारित किया चुनावी मुद्दा!
थांदला। थांदला नगर का चुनावी महाकुंभ शुरू हो चुका है। सोमवार शाम को चुनावी महाकुंभ में भाजपा ने भी वृहद स्तर पर बैठक आयोजित कर अपनी आहुति डाल दी है! भाजपा ने विभिन्न वार्डों से दावेदारी मांगी है।
इधर पुलिस प्रशासन द्वारा चुनावी अलर्ट जारी करते हुए लाइसेंस हथियारों को जमा कराने की मुनादी की है। इसके पूर्व शुक्रवार को कांग्रेस ने भी बैठक आयोजित कर दावेदारी जानी है। वही नाम निर्देशन पत्र प्राप्त करने के पहले दिन ही 21 नामांकन पत्र अभ्यर्थी ले जा चुके थे। नामनिर्देशन प्राप्त करने की अंतिम तिथि 12 सितंबर है।
नामनिर्देशन पत्र लेने के पहले दिन देखा गया रुझान यह प्रतीत करवा रहा है कि इस चुनाव में रिकॉर्ड तोड़ प्रत्याशी अपना भाग्य आजमाएंगे।
हालांकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 15 सितंबर है। जिसके बाद ही चुनावी महाकुंभ की मैदानी स्थिति सामने आएगी।
भाजपा ने अपना मुख्य मुद्दा किया निर्धारित
भाजपा द्वारा ली गई वृहद स्तरीय बैठक में थांदला नगर परिषद के चुनाव हेतु मुख्य मुद्दा निर्धारित करते हुए नगर की जीवनदायिनी मां पद्मावती नदी पर कॉरिडोर बनवाने, साफ-सफाई, सौन्दर्यकरण, गहरीकरण का मुद्दा निर्धारित किया है।
बैठक में प्रदेश, जिला स्तरीय नेता शामिल हुए। बैठक को संबोधित करते हुए हैं अजजा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कलसिंह भाबर, जिला अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक, जिला प्रभारी हरिनारायण यादव, थांदला प्रभारी सत्येंद्र यादव, मंडल अध्यक्ष गोलू समर्थ उपाध्याय, युवा मोर्चा जिला महामंत्री प्रांजल भंसाली, पिछड़ा वर्ग मोर्चा के जिला अध्यक्ष सोनू विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष सुनीता नटवर पवार ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर चुनाव लड़ने की बात कही।
पदाधिकारियों ने बताया कि थांदला में पिछले 2 वर्षों के कार्यकाल में मतदाताओं द्वारा भाजपा का कार्यकाल पसंद किया गया है।
नगर में किए गए विकास कार्य, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को हमें नागरिकों तक पहुंचाना है।
पदाधिकारियों ने नगर की जीवनदायिनी मां पद्मावती नदी के सौंदर्यकरण, कॉरिडोर निर्माण, साफ सफाई के अभियान को मुख्य मुद्दा बताते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कोरोना काल के कारण मां पद्मावती नदी के शुद्धिकरण, गहरीकरण के मुद्दा मूर्त में रूप नही आ पाया था।
लेकिन भाजपा अब चुनाव में इस मुद्दे को प्राथमिकता के साथ लेगी।
भाजपा में भीतर घात रहेगा सबसे बड़ी चुनोती
हर घंटे के साथ भाजपा की ओर से नगर परिषद चुनाव लड़ने के लिए दावेदारों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है। दावेदार अपनी दावेदारी का दंभ भरते हुए हैं बैठक में अपने समर्थकों को लेकर भी पहुंचे। वहीं कई दावेदार अपने अपने स्तर पर पार्टी का टिकट लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। खबर है कि कुछ एक दावेदार भोपाल स्तर की राजनीति करते हुए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। तो कुछ जमीनी कार्यकर्ता के रूप में वर्षों से भाजपा से जुड़े होने के कारण दावेदारी पेश कर रहे हैं।
कुछ पदाधिकारी अपनी उपलब्धियों को बताते हुए फाइल लेकर भाजपा के प्रदेश से लेकर जिला स्तरीय कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। तो कुछ अपने समर्थ समर्थकों के दम पर चुनाव लड़ने की बात कर रहे हैं। अधिकतर प्रत्याशी भाजपा की ओर से टिकट पाने की दौड़ में शामिल है।
15 वार्ड के इस छोटे से नगर में सभी दावेदारों को संतुष्ट कर पाना भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बनेगी।
जिसे देखकर लगता है कि भाजपा में भीतरी घात होने की संभावनाएं बढ़ सकती है।
हालांकि चुनावी महाकुंभ में विजय भव: किसे मिलती है यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन फिलहाल चुनावी महाकुंभ में भावी प्रत्याशियों की आवभगत से मतदाताओं की अनिश्चितकालीन 'बल्ले बल्ले' हो रही हैं।
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