खवासा से अक्षय चौहान की रिपोर्ट
शासन की अनदेखी से नहीं हो रही डॉक्टरो की नियुक्ति!
क्षेत्रवासी परेशान!
ABVP कर चुका आंदोलन!
विधायक की नही हुई सुनवाई!
खवासा। देखा जाए तो खवासा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को क्षेत्र के हिसाब से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने की जरूरत है ! सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बनने पर लोगों को मिल सकती है हॉस्पिटल में सुविधाएं।
जी हाँ हम बात कर रहे है झाबुआ जिले के खवासा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पिछले कई महीनों से कोई भी चिकित्सक नही है! कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराने के बाद भी नहीं हुए टस से मस, नही हुआ!
विधायक की नही हुई सुनवाई!
थांदला विधायक ने भी स्वास्थ अधिकारी को भी कई बार पत्र लिखकर डॉक्टर की नियुक्ति की मांग की! विधायक की नही सुन रहा स्वास्थ विभाग तो फिर क्या होगा आमजन का , ओर एबीवीपी ने भी हड़ताल कर जल्द ही डॉक्टर की नियुक्ति की मांग की थी!
आश्वाशन ही मिला!
जिसमे बीएमओ ने मौके पर पहुच कर जल्द ही डॉक्टर की नियुक्ति का आश्वासन दिया था ! उसके बाद भी 6 महीने बीत जाने के बाद भी आज तक नही हो पाई डॉक्टर की नियुक्ति
क्षेत्रवासी होते परेशान!
खवासा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर क्षेत्र की 20 ग्राम पंचायत जिसमे खवासा,नरसिंह पाड़ा, मकोडिया, भामल ,परवाड़ा , रनी, मादलदा ,नौगांव नगला, कुकड़ी पाड़ा ,तलवाड़ा ,सेमलिया , नाहरपुरा, भेरूगढ़, नारेला,देवगढ़ , सागवा, खेरिया पाड़ा ,रतनाली ,पाटडी, बड़ी झरिया के 50 से अधिक गाँवो की लगभग 50 हजार से अधिक जनता के लिये एक भी चिकित्सक नही है केवल स्टाप नर्स के भरोसे है पूरे क्षेत्र की जनता।
इलाज कराने जाना पड़ता है बाहर!
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खवासा में चिकित्सक की बात तो दूर केंद्र पर न तो ड्रैसर है नही फार्मोसियन है जो कि कम से कम चिकित्सक की अनुपस्थिति में साधारण बीमारी ओर छोटी मोटी हल्की चोट का ईलाज हो सके लेकिन वह भी नहीं है जिसके कारण कई बीमारियों के इलाज के लिये लोगों को यहाँ से थांदला,पेटलावद,रतलाम दाहोद जाना पड़ता है जिसमे गंभीर हालत में कई मरीजो की जान रास्ते मे ही चली जाती है!
महिला चिकित्सक की है कमी!
वही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर रोजाना 3 से 4 डिलेवरी केस आते है! जिससे देखते हुए यहाँ पुरुष चिकित्सक के साथ महिला चिकित्सक की बहुत अधिक आवश्यकता है पर पिछले कई महीने से यहाँ कोई भी चिकित्सक नही है। वही चिकित्सक नहीं होने से जहाँ आम लोग के साथ साथ पुलिस प्रशासन को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है क्योंकि की किसी भी घटना दुर्घटनाओं घायलों का पोस्टमार्टम ओर मेडिकल करवाने के लिए पुलिस विभाग को भी थांदला जाना पड़ता है
इस विषय मे सम्बंधित से चर्चा!
जब इस विषय को लेकर जिला स्वास्थ्य अधिकारी जयपाल सिंह ठाकुर से बात की तो उनका कहना है कि हम प्रयास कर रहे है हमने हमारे विभागीय अधिकारियों को कई बार अवगत कराया है नियुक्ति भोपाल से होती है!
एबीवीपी ने दे चुका ज्ञापन!
एबीवीपी के नगर मंत्री मनीष सेन ने बताया कि एबीवीपी ने डॉक्टर की मांग को लेकर आंदोलन किया था! और वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया भी था स्वास्थ्य मंत्री के नाम अधिकारी को ज्ञापन दिया उन्होंने आश्वासन दिया था कि जल्द ही नियुक्ति करेंगे उसके बाद भी हमने कई बार अधिकारी से चर्चा की तो उनका बस एक ही जवाब आता है कि हम बहुत जल्द डॉक्टर की व्यवस्था करते है,डॉक्टर नही होने से हमारे ग्रामीण क्षेत्र के लोग काफी परेशान हो रहे है
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