थांदला से सिद्धार्थ कांकरिया की रिपोर्ट
थांदला में लंपी वायरस सक्रिय!
35 गोवंश संक्रमित!
सामाजिक कार्यकर्ता दे रहे सेवाएं!
थांदला। नगर में लंपी वायरस दस्तक दे चुका है। विकासखंड में अब तक लगभग 35 गोवंश लंपी वायरस से संक्रमित हो चुका है। राहत की बात यह है कि अभी तक वायरस से एक भी गोवंश की मृत्यु नहीं हुई है। वही कुछ गोवंश रिकवर भी हो रहा है। लंपी वायरस को लेकर पशुपालकों में भय का माहौल है।
वहीं पशु चिकित्सालय अलर्ट रह कर अपनी सेवा दे रहा है। वायरस को लेकर संयम बरतने की अपील पशु विभाग द्वारा की गई है। इधर लंपी वायरस को देखते हुए कई समाजसेवी अपने अपने स्तर पर सहयोग कर रहे हैं।
इस संबंध में पशु चिकित्सा विस्तार अधिकारी डॉ. महेश खराड़ी का कहना है कि वायरस को लेकर पशु विभाग सतर्क है। उन्होंने पशुपालकों से अपील की है। कि वह संयम रखें। लंपी वायरस के लक्षण होने पर वे अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय या चिकित्सकों से संपर्क करें। पूर्व में उच्च विभाग से कम मात्रा में वैक्सीन आई थी। जो पूर्ण रूप से लग चुकी है उच्च विभाग में और वैक्सीन की मांग की गई है। डॉ. खराडी ने बताया कि वायरस प्रारंभिक दौर में कमजोर है। जिसके चलते मृत्यु दर 5 प्रतिशत है।
समाजसेवियों ने 70 गोवंश को दी दवाई!
वायरस को लेकर कुछ समाजसेवी अपने स्तर पर गोवंश का उपचार कर रहे हैं। वायरस गोवंश में ज्यादा फेल नहीं इसे लेकर पशु विभाग के सेवानिवृत्त अनुभवी उच्चाधिकारी पीएल पोपंड्या (राजोद) ने बताया कि गोवंश को गुड़ के अंदर (40mg आइवरमेंक्टिन) देने से वायरस की कुछ हद तक रोकथाम हो सकती है। इसी दिशा निर्देश को लेकर समाजसेवी धवल चौहान, दिनेश प्रजापत, आशीष विनोद सोनी एवीएफओ मनीष भट्ट के साथ उक्त कार्य में जुट चुके हैं। समाज सेवकों ने बताया कि अब तक 70 गोवंश को गुड़ के साथ उक्त दवाई दी जा चुकी है। साथ ही जिन गोवंश को दवाई दे दी है उन्हें चिन्हित भी किया जा रहा है।
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