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नप चुनाव से पूर्व सभा को संबोधित करेंगे!
थांदला से सिद्धार्थ कांकरिया की रिपोर्ट



थांदला से सिद्धार्थ कांकरिया की रिपोर्ट

नप चुनाव से पूर्व सभा को संबोधित करेंगे मुख्यमंत्री! 

चुनावी मैदान में अब तक नदारद है कांग्रेस के स्टार प्रचारक!

थांदला। नप चुनाव में भाजपा जीत के लिए कोई भी कसर बाकी नहीं छोड़ रही है। 27 सितंबर को मतदान होना है। इसके पूर्व प्रचार का दौर भी थम जाएगा। प्रचार का दौर थमे इसके पहले भाजपा अपनी पूरी ताकत चुनाव में लगा रही है। 


शुक्रवार को जहां भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय थांदला में रोड शो कर चुके हैं। वहीं रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री थांदला में चुनाव प्रचार हेतु आ रहे हैं।इस दौरान मुख्यमंत्री थांदला में आम सभा को भी संबोधित करेंगे। 


 इस आम सभा की विशेष बात यह है कि पिछले सत्र में भी चुनाव के ठीक पूर्व मुख्यमंत्री ने उसी स्थान पर आम सभा की थी। जहां इस बार आमसभा आयोजित हो रही हैं। 


पिछले सत्र में मुख्यमंत्री की सभा में की गई विकासकार्यो की घोषणाओं से प्रभावित होकड विभिन्न वार्डों में भाजपा को भारी बहुमत से विजयश्री दिलवाई थी। लेकिन इस सत्र के चुनावी परिणाम से स्पष्ट होगा कि मतदाताओं ने पिछले 5 वर्षों में हुए नगर के विकासकार्यो को किस रूप में लिया है।


 इधर मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की जानकारी देते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष लक्ष्मणसिंह नायक, चुनाव प्रभारी सत्येंद्र यादव, चुनाव संचालक अनिल भंसाली ने बताया कि मुख्यमंत्री झाबुआ से हेलीकॉप्टर के माध्यम से दोपहर 1:30 बजे थांदला पहुंचेंगे। यहां से वह बायपास होते हुए बैड़ाव बस स्टैंड पहुंचेंगे। 



जहां विशाल आमसभा को संबोधित किया जाएगा। सभा में भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ताओ के साथ साथ विशेष रूप से 15 वार्ड से भाजपा के सभी प्रत्याशी भी उपस्थित रहेंगे। 


सभा के बाद मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से अलीराजपुर के लिए रवाना होंगे। कांग्रेस से नहीं आया एक भी स्टार प्रचारक नप पर चुनाव में जहां भाजपा में राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला स्तर के नेता लगातार प्रचार कर रहे हैं। 



वहीं अब तक कांग्रेस प्रत्याशी अपने-अपने स्तर पर ही वार्डों में अपना प्रचार कर रहे हैं। कांग्रेस में प्रचार के लिए स्थानीय जिला और प्रादेशिक स्तर के नेताओं ने कोई विशेष रूचि नहीं दिखाई है। 



इस संबंध में कांग्रेस के कुछ नाराज प्रत्याशियों का कहना है कि यदि वह चुनावी मैदान में जीत का परचम लहराते हैं। तो वह स्वयं की मेहनत और पार्टी सिम्बोल के दम पर सफल होंगे। उनकी इस सफलता में स्थानीय, जिले और प्रदेश स्तर के नेताओं का कोई विशेष योगदान नहीं होगा।
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