Municipality President Election: नपा अध्यक्ष के लिए ऐसे नाम तय करेगी भाजपा!
इस जुगाड से कांग्रेस नपा मे कब्जा बरकरार रख सकती है!
झाबुआ। नगर पालिका में पार्षद पद के चुनाव परिणाम आने के बाद अध्यक्ष पद के लिए जददोजहद शुरू हो गई है। अभी तक नगर की जनता मतदान कर अध्यक्ष को चुनती थी लेकिन, अब चुने हुए पार्षद अध्यक्ष पद के लिए मतदान करेंगे। इसके लिए भाजपा द्वारा पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जाएगी।
पार्षद पद के प्रत्याशीयों की जीत की घोषणा 30 सितंबर को हो चुकी है! इसके बाद राजनीतिक दलों और निर्दलीय पार्षदों की स्थिति साफ हो गई है। वार्ड के मतदाताओं ने अपना समर्थन देकर उम्मीदवारों को नगर पालिका पहुंचा दिया है। चुने हुए पार्षद नगर की जनता को अध्यक्ष और उपाध्यक्ष देंगे।
सूत्रो के अनुसार अध्यक्ष पद के लिए भाजपा द्वारा एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया जाएगा। जो भाजपा के जीते हुए पार्षदों से वन टू वन चर्चा कर अध्यक्ष पद के लिए योग्य उम्मीदवार का नाम लेंगे। जिसके नाम पर ज्यादा पार्षदों की सहमति होगी, पर्यवेक्षक द्वारा उसका नाम अध्यक्ष पद के लिए पार्टी-संगठन को भेजा जाएगा।
भाजपा ने करणसिंह पंवार को नगर पालिका चुनाव में पर्यवेक्षक बनाया था। माना जा रहा है कि अध्यक्ष पद के लिए उन्हें ही यह जिम्मेदारी सौपी जा सकती है या किसी नए व्यक्ति को भी पर्यवेक्षक बनाया जा सकता है।
भाजपा-कांग्रेस को निर्दलीय का सहारा!
नगर पालिका में कुल 18 पार्षद है। अध्यक्ष चुनने के लिए 10 पार्षदों का समर्थन चाहिए। भाजपा के 9, कांग्रेस के 7 पार्षद है, जबकी 2 पार्षद निर्दलीय है। भाजपा को अपनी पार्टी का अध्यक्ष बनाना है तो 1 निर्दलीय पार्षद का समर्थन लेना होगा। जो कि भाजपा के लिए आसान है!
लेकिन कांग्रेस को अपनी पार्टी का अध्यक्ष बनाना है तो 2 निर्दलीय पार्षदों का समर्थन जुटाना पडेगा! इसमें कांग्रेस सफल भी हो जाती है तो उसे सेंधमारी करके भाजपा के एक पार्षद को तोडना पडेगा! तभी नगर पालिका पर कांग्रेस अपना कब्जा बरकरार रख सकती है!
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