जान जोखिम में डालकर हाईवे पार करने वाले सैकडों छात्र छात्राओं को कलेक्टर की पहल के बाद मिली राहत!
500 से अधिक विध्यार्थी स्कुल व छात्रावास आते जाते है रोड पार कर!
पिटोल! गत दिनों कलेक्टर रजनी सिंह के पिटोल भ्रमण के दौरान ग्रामीणों की इस मांग पर कि उनके बच्चे हर दिन कस्बे से दूर बने स्कुल छात्रावास पर आना जाना करते है। उन्हें वहां आने जाने के लिये बैतुल अहमदाबाद 47 राष्ट्रीय राज मार्ग होकर गुजरना पडता है जिस पर तेज गति से वाहन दौडते है।
बच्चों के साथ किसी प्रकार का हादसा न हो जाय इस आशंका के चलते वे बच्चों के वापस सुरक्षित घर लौट आने तक तनाव ग्रस्त रहते है। इस हेतु ग्रामीणों नें पुराना आरटीओ चेक पोस्ट से कालाखुंट खाटापानी जाने वाले इस मार्ग पर अण्डर ब्रिज बनाने की मांग की थी।
यह मांग ग्रामीणों ने कलेक्टर के अलावा लोक निर्माण मंत्री के सामने भी रखी थी किंतु मामला अब तक अधर में ही है। वर्तमान में ग्रामीणों की इस मांग की गंभीरता को देखते हुवे चुंकि उक्त जगह पर पुर्व में कई घटनाऐं हो चुकी है जिसमें कुछ लोग काल के ग्रास बने या कुछ गंभीर रुप से घायल होकर लम्बे समय तक जिंदगी की जद्दोजहद करते रहे।
कलेक्टर नें तत्काल उक्त स्थल पर रम्बल स्ट्रीप बनाने के लिये ठेकेदार को निर्देशित किया। अब वहां वाहनों की गति को अवरोधित करने वाले स्पीड ब्रेकर बन गऐ है जिससे राहगीरों व स्कुली छात्रों को सुरक्षित रोड पार करने में राहत मिली है।
अधुरे कार्य को पूरा करने की दरकार
ठेकेदार नें गति अवरोधक तो बनाऐ किंतु रोड के एक हिस्से पर कार्य पूरा नहीं किया है जिसके चलते वाहन अधुरे पडे रोड पर जिस पर कि अभी गति अवरोधक नहीं बने है।
वहां से वाहन उसी तेज गति से गुजर रहे है नतीजन झाबुआ से गुजरात की ओर जाने वाली लेन पर जोखिम बना ही हुआ है जिसे पूर्ण करने की दरकार है।
2 से 3 हजार छोटे बडे वाहन गुजरते है इस क्रासिंग से। 500 से अधिक बच्चे व सैकडो राहगीरों का वाहनों के साथ आना जाना है यहां से।
2 दर्जन से ज्यादा दुर्घटनायें हो चुकी है इस मार्ग पर।
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