झाबुआ से श्याम त्रिवेदी की खास रिपोर्ट
पेटलावद के प्रज्ञेश भट्ट ने एमपी पीएससी परीक्षा में प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त कर जिले का नाम रोशन किया!
प्रज्ञेश ने कहा प्रयासों से ही सफलता मिलती है!
पेटलावद- नगर के युवा अपनी काबिलियत का लोहा मनवाने में पीछे नहीं है। वे सफलता मिलने तक प्रयासों में लगे रहते है। यह साबित किया है पेटलावद के भट्ट परिवार के प्रज्ञेश भट्ट ने! उन्होंने लगातार एमपी पीएससी की तैयारी करते हुए आखिर अपना लक्ष्य हासिल किया और इस परीक्षा में प्रदेश में द्वितीय स्थान प्राप्त कर परिवार व पेटलावद नगर सहित झाबुआ जिले का नाम रोशन किया।
एमपी पीएससी द्वारा आयोजित सहायक प्रबन्धक परीक्षा वर्ष - 2021 (लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग) में पूरे प्रदेश में द्वितीय स्थान हासिल करने वाले पेटलावद के प्रथम युवा है प्रज्ञेश भट्ट।
प्रज्ञेश प्रारंभ से ही प्रतिभाशाली है!
प्रज्ञेश ने नवोदय विद्यालय अलीराजपुर एवं सेंट पॉल स्कूल इंदौर से स्कूली शिक्षा पूर्ण करने के बाद, इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) से अस्पताल प्रबंधन में अपनी उच्च शिक्षा पूर्ण की थी ! वर्ष 2017 में एमपी पीएससी की तैयारी हेतु पुणे शहर से कॉरपोरेट जॉब से त्याग पत्र दिया एवं इंदौर में आकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी आरंभ की !
दूसरों की भी चिंता करते है।
वे अरमान ग्रुप एमपी पीएससी के नाम से एक ऑनलाइन प्लेटफार्म भी चलाते हैं जो पूरे मध्य प्रदेश के करीब 20 हजार अभ्यर्थियों को निःशुल्क अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवाता हैं, साथ ही यह प्लेटफार्म स्टूडेंट्स को तैयारी में सहयोग भी करवाता हैं ! वे ओनली एमपी नामक डिजिटल मैगजीन भी पूरे प्रदेश के बच्चों को निः शुल्क उपलब्ध करवाते हैं।
प्रज्ञेश का परिवार भी धार्मिक व प्रतिभाशाली।
प्रज्ञेश के पिताजी श्री जीवन भट्ट, पेटलावाद के निकट रायपुरिया में सहायक पशु क्षेत्र अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही गायत्री मिशन में अपना पूरा समय देने के साथ साथ सामाजिक कार्यो में भी अग्रणी रहते है।
इस समय वे ब्राम्हण समाज के कोषाध्यक्ष के पद पर है।साथ ही प्रज्ञेश की माताजी ललीता भट्ट भी गायत्री परिवार की सक्रीय कार्यकर्ता और सामाजिक कार्यो में अग्रणी है। पूरा परिवार श्रीराम शर्मा आचार्य, माता भगवती देवी शर्मा और गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के उपासक है।
प्रयास करने वाले को मिलती है सफलता।
प्रज्ञेश अपनी सफलता का श्रेय मां गायत्री के आर्शीवाद व माता पिता व परिवारजनों के आर्शीवाद को देते है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि लक्ष्य को हासिल करने के लिए सतत किये गये प्रयासों में सफलता अवश्य मिलती है सभी छात्रों से उन्होंने एक ही बात कहीं है। कभी भी प्रयास बंद नहीं करे और कभी हताश न हो जिंदगी प्रयास करने वालों को ही मौके देती है।
प्रज्ञेश की इस सफलता पर इष्टमित्रों, परिजनों, समाजजनों सहित नगर के गणमान्य नागरिकों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
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