धन दौलत ओर ऐश्वर्य के उपभोग के लिये स्वस्थ होना जरुरी!
भारी गर्मी के बीच पिटोल आयुष शिविर में 1126
मरीजो ने करवाया पंजीयन ओर परिक्षण!
पिटोल ! मंगलवार को राष्ट्रीय आयुष मिशन के तारतम्य मे झाबुआ जिले की पिटोल पंचायत परिसर में लाईफ स्टाईल फार एनवायरमेंट की थीम पर आयोजित आयुष मेले में एक शिविर आयोजित किया गया जिसमें विभिन्न बिमारीयों को लेकर आऐ लोगों का स्वास्थ परिक्षण कर उन्हें आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से ईलाज किया गया। साथ ही उन्हें आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ रहने के नुस्खे भी बताऐ गए।
इस अवसर पर उपस्थित अतिथी वक्ताओं नें अपने अपने विचार रखे।
वक्ताओं ने प्रकृति, धरती व नियती तीनों के समान संरक्षण पर प्रकाश डालते हुवे कहा कि संपुर्ण प्रकृति ही आर्युवेद है। बस जरुरत है तो इन्हें समझकर उपभोग करने की। दैनिक जीवन में इसको लेकर नियमित एवं संयमित होना जरुरी है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मकनसिंग गुंडिया ने कहा कि हमारे पुर्वज अंग्रेजी दवाईयों के बीना ही लम्बा ओर निरोगी जीवन जीते थे। इस अवसर पर अतिथि जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष निर्भयसिंह ठाकुर नें बताया कि क्षैत्र में ऐलोपेथी के बीसियों सरकारी एवं निजी दवाखाने है किंतु क्षैत्र आर्युवेद चिकित्सा से अछुता है। जबकि इसका ईलाज लम्बा जरुर किंतु स्थाई होता है।
हमारे बीच ही हमारे आस पास प्रकुति ने बहुत कुछ दिया है किंतु हमें उनका ज्ञान नहीं होने के कारण हम उसका समुचित लाभ नहीं ले पा रहे है। इस तरह के शिविर लोगों को आयुर्वेद चिकित्सा के लिये प्रेरित करेंगे।
पत्रकार भुपेन्द्र नायक नें कहा कि क्षैत्र को एक आर्युवेद चिकित्सालय की भी जरुरत है। पिटोल एक ऐसा मुख्यालय है जहां आसपास के तकरीबन 40 गांव इससे जुडे है। डाॅ.दीपेश कठोटा द्वारा पर्यावरण के अनुरुप जीवन शैली का महत्व बताया। उप सरपंच रामकृष्ण नागर व विनय पांचाल विशेष अतिथी के रुप में उपस्थित थे।
औषधीय पौधों के वितरण के साथ उचित आहार की सलाह!
इस अवसर पर उपस्थित अतिथियों व ग्रामीणजनों को विभाग के चिकित्सकों नें देवारण्य योजना के अन्र्तगत ओषधीय पौधों के वितरण के साथ उनके महत्व व दैनिक जीवन में कब, कितना ओर कोनसा उचित आहार लेना चाहिये इसके बारे में भी सलाह दी गई।
समाप्ती तक एक हजार की संख्या पार कर गए मरीज
निःशुल्क इस आयुष शिविर में बढी संख्या में मरीज अपने परीक्षण के लिये पहुंचे दोपहर 2 बजे तक 867 मरीजों का रजिस्टेªशन हो चुका था।
शिविर में खासकर वातरोग, जोडों के दर्द, अर्श, भगंदर, मधुमेह, स्त्रीरोग, संचारी असंचारीरोग, पेट रोग का विशेषज्ञों द्वारा परिक्षण कर दवाईयों का वितरण किया गया।
झुलसाने वाली तपन के बीच भी देते रहे अपनी सेवाऐं!
आयुष चिकित्सा अधिकारी डाॅ. कैलाश पाटीदार, कलमसिंग बारिया, नरवर डामोर, नवीन वर्मा, नीलिमा चैहान, भावेश मेरावत, ने मरीजो का परीक्षण कर ओषधी वितरण किया।
श्रीमति संगीता कलचिया, पुजा पाटीदार, कुमारी अंतिमबाला डावर व अनिल शर्मा ने मरीजों का पंजीयन किया। श्रीमति शाहिदा शेख, बबली वाल्मिकी, उमेश शर्मा, अंबाराम वाघेला, सैतानसिंह, कमलसिंह, अजय डामोर द्वारा ओषधीयों का वितरण किया गया।
वहीं शंकर बसोड, द्वारा योग करवाकर लोगों को योग के प्रति जागरुक भी किया। पिटोल पंचायत सचिव ने भी सराहनीय योगदान दिया।
कार्यक्रम का संचालन डाॅ. नीलिमा चैहान द्वारा किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन धनवंतरी जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया गया।
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