झाबुआ जिला महिला सशक्तिकरण मे आगे!
जिले में महिला अधिकारियों का दबदबा!
कलेक्टर से लेकर जिला अधिकारी तक है इतनी महिलाएं!
झाबुआ। मध्य प्रदेश मे आदिवासी बहुल झाबुआ जिला महिला सशक्तिकरण के ताजे उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है। प्रदेश के मुख्यमंत्री की इस जिले पर ऐसी मेहरबानी है की, हाल ही में हुए तबादलों के बाद जिले में प्रशासनिक और महत्वपूर्ण पदों पर महिला अधिकरियों की गितनी बढती जा रही है।
राज्य शासन द्वारा आज जारी दबादलों की सूची में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर भी महिला को भेजा गया है। जिले में लगभग 10 से अधिक पदों की जिम्मेदारी महिला अधिकारियों को सौंपी गई है।
इन पदों पर है महिला अधिकारी!
जिले में प्रशासनिक और पुलिस विभाग के महत्वपूर्ण पदों पर नारी शक्ति का वर्चस्व है। जिला मुख्यालय पर ही कई महिला अधिकारी मौजूद है।
जिले में प्रशासनिक स्तर पर सबसे बडे व महत्वपूर्ण पद पर कलेक्टर तन्वी हुड्डा, जिला पंचायत CEO रेखा राठोर, (तबादला सूची के अनुसार) संयुक्त कलेक्टर अंकिता प्रजापति उप जिला निर्वाचन अधिकारी, जिला शहरी विकास अभिकरण में डिप्टी कलेक्टर आशा परमार जिला परिवहन अधिकारी (RTO) कृतिका मोहटा, जनजातीय कार्य विभाग में सहायक आयुक्त, निशा मेहरा, जिला योजना अधिकारी तारिणी जोहरी गंग, जिला कोषालय अधिकारी ममता चंगोड, कलेक्टोरेट में आफिस सुपरिटेंडेंट संध्या कुलकर्णी, जिला आयुष अधिकारी प्रमीला चौहान पुलिस विभाग महिला प्रकोष्ठ में DSP पद पर वर्षा सोलंकी, झाबुआ अुनविभागीय अधिकारी (पुलिस) SDOP बबीता बामनिया के नाम प्रमुख तौर सामनें आ रहे है।
माना जा रहा है कि तबादलों के मौसम में राज्य शासन द्वारा जिले में और भी कई पदों पर महिलाओं को भेजा जा सकता है।
वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए यह तबादले स्थानीय नेताओं के दबाव और प्रभाव से भी हो सकते है।
जिला पंचायत CEO अमन वैष्णव को हटाकर उनकी जगह रेखा राठौर का आना इसे भी राजनीतिक प्रभाव के रूप में देखा जा रहा है।
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