मौत के बाद पांचवे दिन किया अंतिम संस्कार।
प्रशासन ओर जन प्रतिनिधियों की समझाईश के बाद माने ग्रामीण।
पिटोल - पिटोल के समिप कालिया छोटा के कटारा फलिये में घाटीया के लोगों द्वारा गुजरात के हलदवा में गांव के युवक की मौत के बाद उसकी मृत देह को अंतिम संस्कार करने की बजाय शम्बू कटारा के घर के दावाजे पर लाकर रख दी गई।
शम्बू के परिवार से खुमान की मौत का कारण जानने के साथ ही मृतक के स्वजनो को देने के लिये आर्थिक सहायता देने का दबाव बनाने लगे जिससे मामला तनाव पूर्ण हो गया था। 24 घंटों की मशक्कत के बाद प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की समझाईश के बाद कि वे मृतक की देह का अपमान न करें अन्यथा कानुनी कार्यवाही के लिये तैयार रहें।
ग्रामीणों ने अपने गांव घाटीया ले जाकर खुमान पिता रालु डोडियार का अंतिम संस्कार किया।
दर असलश्ते में मामा बुआ के भाई लगने वाले खुमान व शम्भु पिटोल के जामसिंग भुरिया का टेक्टर किराऐ से लेकर गुजरात के हलदवा के समिप गऐ थे। चार पांच दिन बाद मृतक खुमान जो ट्रेक्टर चलाने के लिये गया था उसने वापस घर आने के लिये कहा था।
मृतक के भाई अमरसिंह डोडियार ने बताया कि रात को उसके पास शम्भु का फोन आया कि खुमान उठ नहीं रहा है उसका का बीपी लो हो रहा है। भाई ने उसे डाक्टर को बताने के लिये कहा। गुजरात में जहां काम कर रहे थे उसके मालिक के माध्यम से डाक्टर को दिखाया गया। 108 में डालकर अस्पताल लेकर भी गऐ किंतु वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
अंतिम संस्कार नहीं करने की इन साईड स्टोरी।
खुमान की मौत की सुचना के बाद भाई ओर गांव के लोग जब वहां मौके पर पहुंचे तो मृतक अस्पताल में था। मौके पर जाकर देखा जिस ट्रेक्टर ट्राली में खुमान बैठा था वह लहुलुहान थी। ट्राली में खुन से सने हुवे पत्थर पडे थे।
ईधर शम्भु बार बार अपने बयान बदल रहा था पहले कह रहा था खुमान ट्राली से गिर गया था बाद में कहा उसने दवा पी ली फिर कहने लगा उसका बीपी ज्यादा लो हो गया था। इन सब चिजों ने स्वजनों को किसी अनहोनी के लिये आशंकित किया। शम्भु मृतक के साथ उसके गांव आने की बजाय वहां से फरार हो गया। जिसको लेकर मामले ने तुल पकडा ओर मृतक की देह को शम्भु के घर ले जाकर रख दी कि जब तक वह असलियत नहीं बताऐगा वे खुमान का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
जंगली जानवर मंडराने लगे आसपास।
जिस मकान पर मृत देह को रख दिया गया था वहां सन्नाटा पसरा था। हालांकि पुलिस का पहरा जरुर था किंतु रात के अंधरे में आस पास फैल रही बदबू के कारण जंगली जानवर मंडरा रहे थे। पुलिस व कोटवार रातभर उन्हे भगाकर मृतक की देह की देख रेख करते रहे।
गुजरात में दर्ज हुआ मामला।
पिटोल पुलिस चौकी प्रभारी पल्लवी भावर नें बताया कि घटना गुजरात के हलदवा जिले की है। जहां मामला पुलिस के संज्ञान में होकर प्रकरण दर्ज किया गया है। मृतक का पोस्टमार्टम हुआ है। जिसकी रिपोर्ट अभी नहीं आई है। यहां चल रहे घटनाक्रम को गंभीरता से लेकर प्रशासन ने समझाईश दी। तकरीबन 24 घंटे की मशक्कत के बाद स्वजन व गांव के लोग माने एवं अंतिम संस्कार के लिये मृतक को अपने गांव ले गऐ। दुसरी ओर घाटीया के लोग कह रहे है मौत का कारण अब भी पहेली बना हुआ है अब फैसला भील पंचायत में ही होगा।
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