स्व स्फुर्त ओर स्व प्रेरणा से रघुनंदन के आगमन की अभिलाषा में ‘‘राममय’’ हुआ पिटोल।
पिटोल - 22 जनवरी को अयोध्या में हुवे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम व राम लला के दर्शन को लालायित हर कोई सडक चोराहों पर लगे एलईडी स्क्रिन पर तो कोई अपने घरों की टीवी के सामने जमा रहा।
पिटोल में गत एक सप्ताह से की जा रही तैयारीयों के दौरान गांव का हर गली मोहल्ला भगवामयी दिखाई दे रहा था। राधाकृष्ण मंदिर से लेकर हनुमान टेकरी तक के सभी मंदिरों को आकर्षक विद्युत सज्जा कर सजाया गया। सलारेश्वर महादेव भर विशाल भण्डारा भी आयोजित किया गया।
सजा दो घर को गुलशन सा मेरे घर राम आऐ है.......... ओर मेरी झोपडी के भाग आज खुल जाऐंगे राम आऐंगे जैसे चर्चित भजनों की डीजे पर बज रही धुनों से उत्साहित क्या बच्चे क्या महिला पुरुष अपने को नाचने से नहीं रोक सके। गांव के हर गली मोहल्लों में से गुजरे आस्था के सैलाब को लोगों ने खुब निहारा। इस अवसर पर पिटोल के व्यापारीयों के संपूर्ण प्रतिष्ठान बंद थे। घरों से परिवार का हर सदस्य उत्साह ओर उमंग लेकर राम भक्ति में लीन सडकों पर था। घर आंगन को रांगोली से सजाया गया था। चैराहों पर गांव की बच्चियों ने रांगोलीयां बनाकर अपनी अपनी श्रद्धा प्रभु राम की आस्थारुपी अगवानी में झोंक दी। देर रात तक वे रांगोली में आस्था के रंग भरती देखी गई।
21 ओर 22 जनवरी को दो दिनों तक चले धार्मिक आयोजन।
स्थानीय राधाकृष्ण मंदिर प्रांगण में अलग अलग भजन मंडलियों ने अपनी अपनी प्रस्तुतियां दी जिससे माहौल धर्ममयी बना रहा। घरों पर दीपावली की तरह जगमगाते दीप व आतिशबाजीयों ने एक ऐसे माहौल का सृजन किया जिसकी लोगों ने कल्पना भी नहीं की थी। राम रस में रमें पिटोल के हर समाज के लोग एक साथ आकर इस उत्सव को अद्भुत सामंजस्य के साथ मना रहे थे। गत एक सप्ताह से सुबह शाम राम भक्तों की टोलीयां अल सुबह पडती ठिठुरन भरी ठंड में भी नियमित राम भजनों के साथ जन जागरण करते रहे। नारी शक्ति ने अपनी आस्था के बूते इस आयोजन को यादगार बना दिया।
हनुमान गढी पर मनाया दीपोत्सव।
पिटोल की सुरम्य पहाडी पर स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर ( हनुमान गढी ) पर दीपोत्सव मनाया गया। मंदिर को दीपों से सजाया गया। बच्चीयों ने श्री राम के नाम पर लगाऐ दीप की टीमटीमाहट वहां से गुजरने वाले हर किसी को आकर्षित कर रही थी। शाम को हनुमान गढी पर हुई आरती में बडी संख्या में लोग शामील हुवे।
झोपडी बनी आकर्षण का केन्द्र।
आजाद चोक पर बने राम दरबार में निर्मित की गई घांस फुंस की झोपडी जिसमें राम जी सीता जी ओर लक्ष्मण जी के कटआउट लगे थे वे लोगों के लिये आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी। हर कोई उसे कपने केमरे में केद कर रहा था। कोई सेल्फी लेकर तो कोई अपने परिवार के साथ इन स्मृतियों को संजोकर अपने साथ ले जाना चाहता था।
दिन भर भक्तों ने अयोध्या से हुवे सीधे प्रसारण को देखा तो बाद में शोभायात्रा का आनंद लिया। रात पंडित मंदीप दास वेष्णव की संगीतमयी सुदरकांण्ड का आनंद लिया। भक्तों के लिये समय समय पर चाय नाश्ते का भी प्रबंध किया गया था। ढोल, मांदल, डीजे ओर ताशे से निकल रही ध्वनी ने माहौल में समां बांध दिया। समस्त कार्यक्रमों में सुरक्षा व सुगमता के लिये स्थानीय पुलिस बल की सह भागीता बनी रही।
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