पिटोल से निर्भयसिंह ठाकुर की रिपोर्ट
27 जनवरी को महामहिम राज्यपाल जिले के खेडी गांव आएंगे।
तैयारीयों को लेकर प्रशासनिक अमला मैदान में , स्वास्थ शिविर में सिकलसेल को लेकर होगा फोकस।
अन्य योजनाओं के लाभार्थियों से होगे रुबरु।
पिटोल। शनिवार को झाबुआ जिले के पिटोल के समिप स्थित खेडी ग्राम में प्रदेश के महामहिम राज्यपाल मंगु भाई पटेल यहां आयोजित स्वास्थ शिविर में पहुंचेगें।
27 जनवरी को आयोजित इस स्वा. शिविर की तैयारीयों को लेकर जिला कलेक्टर तनवी हुड्डा व पुलिस अधिक्षक अगम जैन गुरुवार दोपहर ग्राम खेडी पहुंचे।
यहां उपस्थित प्रशासनिक अमले को आवश्यक निर्देश देने के साथ ही वे मौके पर थे।
तैयारीयोें को लेकर कार्यक्रम स्थल की उबड खाबड जमीन का समतलीकरण करने के साथ ही वहां आगंतुको के बैठने के लिये टेंट लगाऐ जा रहे है।
एक मंच बनाया जा रहा है।
आयुष्मान आरोग्य मंदिर कहे जाने वाले खेडी के उप स्वास्थ केन्द्र की भी काया बदली गई है। बताया जा रहा है कि महामहिम हेलिकाप्टर से झाबुआ हवाई पट्टी पहुंचेगें उसके बाद वे सडक मार्ग से खेडी पहुंचकर कार्यक्रम में भाग लेंगे। संभवतः वे 12 से 1 बजे के बीच यहां पहुंचेगे। अधिकृत समय व कार्यक्रम जिला प्रशासन द्वारा जारी किया जायेगा।
सिकल सेल रोग उन्मुलन पर होगा मुख्य फोकस। सीएचएमओ डाॅ. बी.एस. बघेल ने बताया कि उक्त स्वा. शिविर में सिकलसेल बीमारी के उन्मुलन को लेकर ग्रामीणों को जागरुक किया जाऐगा। इससे कैसे आने वाली पीढी में होने वाले इस रोग के मरीजो को रोका जा सकता है। मुख्य फोकस होगा। सीएचएमओ ने यह भी बताया कि जिले के रानापुर, कल्याणपुरा ओर पारा क्षैत्र में सिकलसेल के मरीजो की संख्या बनिस्बद अन्य जगहों के ज्यादा है।
क्या है सिकल सेल रोग।
सिकल सेल एक वंशानुगत बीमारी होती है। जो कि जीन में खराबी के कारण होती है। कोई व्यक्ति सिकलसेल रोग के साथ तभी पेदा होगा जब उसे दो जीन विरासत में मिले हो - एक मां से ओर दुसरा पिता से। जिस व्यक्ति को केवल एक जीन विरासत में मिलता है वह स्वस्थ होता है ओर उसे बीमारी का ‘‘वाहक’’ कहा जाता है। इसके मरीजों को तेज दर्द होने के साथ ही सांस लेने में तकलीफ होती है। इसको ओर आगे बढने से कैसे रोका जाऐ इस पर आवश्यक टिप्स बताऐ जाऐगे। जिससे आम जन इस बीमारी को लेकर जागरुक हो सके।
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