पिटोल से निर्भयसिंह ठाकुर की रिपोर्ट
शांति समिति की बैठक में पुलिस ओर जनप्रतिनिधियों ने अपने सुझाव किये साझा।
आदिवासी समाज अपने त्योंहारों ओर शादी ब्याह में डीजे की बजाय सांस्कृतिक वाद्य यंत्र ढोल मांदल से मनाऐ उल्लास।
पिटोल । आगामी दिनों में झाबुआ जिले में होने वाले भोंगरिया के साथ ही शिवरात्री, होली, धुलेण्डी व गल पर्व के दौरान किसी प्रकार के अपराध न हो व लोग सभी आपसी सोहार्द के बीच इन त्योंहारों को मनाऐ। इसके लिये स्थानीय पुलिस चैकी पर पुलिस व आस पास की पंचायतों के पंच, सरपंच, तडवी व जनप्रतिनिधीयों के बीच शांति समिति की बैठक रखी गई।
साथ ही ग्रामीणों ने कहा कि भीड में लडकियों के साथ छेडछाड करने वाले मनचलों पर पुलिस सख्ती से कार्यवाही करे।
हथियार लेकर घूमने वालों पर होगी कार्यवाही।
बैठक में पुलिस चौकी की प्रभारी पल्लवी भांवर ने बताया कि वे इस बैठक के माध्यम से वहां पहुंचे अलग अलग पंचायतों के जन प्रतिनिधियों के माध्यम से ऐसे लोगों को आगाह कर यह बताना चाहती है कि उनके गांव कस्बे का कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थलों पर बन्दूके व अन्य हथियार लेकर नहीं आवे।
साथ ही वाहनों पर क्षमता से अधिक सवारी ढोने के कार्य नहीं करें अन्यथा उन पर वैद्यानिक कार्यवाही की जावेगी।
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा।
- बाल विवाह न करें व होने पर इसकी सुचना तत्काल पुलिस को दें।
- मेला स्थल पर सीसीटीवी केमरे लगाने के लिये पंचायत आगे आऐ।
- तेज गति से वाहन चलाने वाले लोगों पर भी कार्यवाही की मांग।
- दहेज दापे को लेकर दहेज न लेने व दहेज देने को लेकर उपस्थित जन प्रतिनिधियों के बीच सामाजिक क्रांति लाने के लिये चर्चाऐं हुई। दहेज के कारण आम जीवन पर पडने वाले नकारात्मक प्रभाव से भी अवगत कराया।
- मेले में आकस्मिक होने वाली किसी प्रकार की आगजनी की घटना को लेकर सुरक्षा के दृष्टिकोण से फायर ब्रिगेड की उपलब्धता के लिये पंचायत को जिम्मेदारी दी गई।
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