पिटोल से निर्भयसिंह ठाकुर की रिपोर्ट
पिटोल में दोपहर के बाद चढी भगोरिया की मस्ती।
युवाओं की टोलियों के साथ राजनेतिक गेरों ने भीड के साथ किया मेला स्थल पर प्रवेश।
पिटोल । गुजरात व म.प्र. राज्य की सीमा पर स्थित पिटोल में मंगलवार को भगोरिया का उत्साह दोपहर बाद नजर आया। अंचलों से युवाओं की टोलियों के आते हुवे जत्थे नाचते कुदते ढोल के साथ पिटोल कस्बे में प्रवेश हुवे।
दोपहर 12 बजे तक माहौल में नरमी थी किंतु 2 बजे तक उत्साह से सराबोर मेले में पहुंचे ग्रामीण अपने अपने शौक के अनुसार कोई झुले झुलने में तो कोई खरीदी में, कोई अपने हाथों में अपने भाई का तो कोई मंगेतर का नाम गुदवाते हुवे भगोरिया की स्मति को अपने साथ ले जाना चाह रहा था।
यहां दो राज्यों की संस्कृति के रंग दिखाई दिये। युवतियां सजधज कर आई तो युवक भी अपने जुदा जुदा हेअर स्टाईल के साथ कुर्राटीयां भरते अपनी पारम्परिक संस्कृति के रंग बिखेरते मद मस्त अल्हडता के साथ भगोरिया में भागीदारी कर रहे थे।
भाजपा कांग्रेस ने निकाली गेर।
पहले कांग्रेस के विधायक विक्रांत भूरिया के साथ बडी संख्या में ग्रामीण ढोल मांदल के साथ नाचते कुदते स्थानीय बस स्टेण्ड से मेला स्थल पर पहुंचे। इस अवसर पर युवा विधायक विक्रांत नें भी ढोल पर अपने हाथ आजमाऐ।
विक्रांत के साथ ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष काना गुंडिया, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष निर्भयसिंह ठाकुर, खुनसिंग गुंडिया, पेमा भाबोर, घनश्याम पांचाल, सहित आस पास की पंचायतों के जनप्रतिनिधीगण उपस्थित थे।
बाद में दुसरी ओर भाजपा द्वारा निकाली गई गेर में राज्यसभा सांसद सुमेरसिंग सोलंकी, अनुसुचित जन जाति राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंग आर्य, शैलेष दुबे, भाजपा जिलाअध्यक्ष भानु भुरिया, मकना गुंडिया, महेन्द्रसिंह ठाकुर, दिनेश मेवाड के साथ स्थानीय जन प्रतिनिधी उपस्थित थे।
दोनो दलों के जन प्रतिनिधियों नें अपने अपने केम्प में गांवों से यहां पिटोल पहुंचे आदिवासी भाईयों को पगडी पहनाकर उनका सम्मान किया। ओर आदिवासीयों के इस मस्ती भरे पर्व भगोरिया का मस्तीभरा आगाज किया।
व्यापारी अधिक व्यापार कम।
पिटोल उपसरपंच एवं व्यापारी किसन नागर नें बताया कि इस वर्ष पिटोल का भगोरिया, भगोरिया पर्व की शुरुआत के दुसरे दिन ही आया।
हाट बाजार में नाना प्रकार के व्यापारी यहां व्यापार के लिये यहां पहुंचे। सदर बाजार से लगा कर मेंला स्थल तक तकरीबन 1 किमी तक दुकाने लगी थी किंतु अपेक्षाकृत व्यापार नहीं हुआ। 2 बजे तक मेला अपने उफान पर आया ओर 4 बजे बाद उस पर प्रशासनिक ग्रहण लगना शुरु हो गया।
भीड को मेला स्थल से तितर बितर किया जाने लगा। मेला स्थल पर मतदान को लेकर भी प्रेरित किया गया। मेले में आऐ कान फोडु बाजे जिनकी खरीदारी बच्चों ने अधिक की ओर हर किसी को परेशान किया। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस बल भी सक्रिय रहा।
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