पिटोल से निर्भयसिंह ठाकुर की रिपोर्ट
गुजरात से म.प्र. के बडे शहरों में जा रही चांदी ओर नगदी!
पिटोल सीमा पर फिर एक बार जप्त की गई 57 लाख 63 हजार की 72 किलो चांदी।
तीन अलग अलग कार्यवाहीयों में 1 करोड 16 लाख से अधिक की चांदी व 1 करोड 41 लाख आऐ जांच की जद में।
पिटोल। शनिवार रात पिटोल एकीकृत जांच चौकी पर फिर एक बार रात के अंधेरे में चलने वाली बसों में हो रहे अवैध कारोबार पर पुलिस व एफएसटी व एसएसटी टीम की जांच के दौरान नजर पडी।
गुजरात से इंदोर जा रही बस क्रमांक जीजे 03 बीवी 2626 की डिक्की में अलग अलग बोरियों व प्लास्टिक की थेलियों में बंद चांदी के गहने पकडे गऐ। पकडी गई चांदी का वाहन में कोई मालिक नहीं था।
बस ड्रायवर के भरोसे इतनी बडी राशि के मंहगे गहने राजकोट से इंदोर भेजे जा रहे थे। इनके पास न कोई वैध बिल था न कोई जवाबदार।
गोरतलब है कि आचार संहिता के चलते मतदाताओं को प्रलोभित करने वाली कोई ऐसी चिजों का परिवहन न हो इसके लिये दोनों राज्यों की पुलिस यहां सीमा पर मुस्तेदी से लगी होकर जांच कर रही है किंतु इस तरह के कारोबार में लिप्त कारोबारी अपने ऐसे कारोबार को करने से बाज नहीं आ रहे।
बताया जा रहा है कि जिला कलेक्टर नेहा मीणा की टीम अब तक पकडे गऐ नगदी व चांदी की बारीकी से जांच कर रही है। सुत्रों के अनुसार पकडी गई चांदी व नगदी का अब तक किसी ने अपनी होने का दावा नहीं किया है।
बसंत भाई ने रखा पार्सल नहीं पता उसमें क्या है।
वाहन चालक अरसी भाई सउदास भाई उम्र 55 वर्ष निवासी जुनागढ नें जांच दल को बताया कि उक्त पार्सल राजकोट से बसंत भाई ने रखे थे व इंदोर में तेग भाई को देने की बात कही थी। उन्हें नहीं पता कि पार्सल में क्या है। बिल भी नहीं दिये थे। पोटलीयां खोलने पर पता चल रहा है कि इसमें चांदी है।
पिटोल चौकी प्रभारी पल्लवी भांवर ने बताया कि लगातार 24 घंटे वरिष्ठ अधिकारीयों के निर्देशन में जांच की जा रही है। यहां इस तरह की यह तीसरी बडी कार्यवाही है। कार्यवाही में सुबेदार कोमल मीणा, दिलीप डावर, अनसिंग, अजीतसिंह, आरक्षक सत्येन्द्रसिंह, योगेश मीणा, राजेन्द्र परिहार, अभिषेक, व संजय सिंघार मौजुद थे।
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