झाबुआ से श्याम त्रिवेदी की खास रिपोर्ट
प्रदेश के वन मंत्री पर कांग्रेस विधायक के आरोप!
अपराधों की सूची ओर विडीयो किया जारी!
निर्वाचन अधिकारी को लिखा पत्र!
झाबुआ। झाबुआ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक डाॅ. विक्रांत भूरिया ने कहा की प्रदेश के वन मंत्री नागरसिंह चौहान बताए की उन पर कितने आपराधिक मामले हुए है। अगर वे कहते है कि उन पर कोई कैस नहीं चल रहा है, तो मैं प्रदेश सरकार से मांग करता हूं की जो भी कैस उन पर चले है, उनको री-ओपन किया जाए।
विधायक डाॅ. भूरिया ने यह बात आज पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने पत्रकारों को एक सूची भी दिखाई जिसमें वन मंत्री श्री चौहान पर झाबुआ एवं अलीराजपुर जिले के विभिन्न थानों में अपराध पंजीबद्व हुए थे। वन मंत्री का एक विडीयो भी दिखाया, जिसमें श्री चौहान यह कहते हुए दिखाई दे रहे है कि, हम तो कई बार जेल भी जा चुके है। मेरे पिताजी को 20 साल की सजा हुई। हम डर रहे क्या।
विधायक डाॅ. भूरिया ने कहा, मैंने मंत्रीजी (नागरसिंह चौहान) सें मांग की है कि, पहले तो वे यह स्पष्टीकरण दे की ये सही है या गलत है। अगर वो बोलते है कि अभी मुझ पर कोई कैस नहीं चल रहा है, तो मैं मांग करता हुं प्रदेश शासन से, कि जो भी कैस इन पर चले है उनको री-ओपन किया जाए।
डाॅ. भूरिया ने वनमंत्री से मांग करते हुए कहा, वे स्पष्टीकरण दे की उन पर व उनके पिता पर जो कैस दर्ज हुए, वो कोन से केस थे। उनके परिवार पर कोन-कोन से आरोप है वो भी स्पष्ट करें।
डाॅ. भूरिया ने कहा, सारे मप्र के फाॅरेस्ट विभाग के अधिकारी है, सीसीएफ है, वो झाबुआ जिले में क्या कर रहे है। वन समितियों को पैसा दे रहे है। वन समितियों को प्रचार में उपयोग कर रहे है। मप्र के जितने डीएफओ है, उनको बुलाया गया है। सभी को लोकसभा में जवाबदारी दी गई है। उनसे चंदा लेने का काम भी हो रहा है और काम लेने का काम भी हो रहा है।
निर्वाचन अधिकारी से की शिकायत।
रतलाम लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया ने जिला निर्वाचन अधिकारी को आज एक पत्र लिखा है। जिसमें वन विभाग के अधिकारियों, वनरक्षकों एवं वन समितियों के माध्यम सें निष्पक्ष चुनाव प्रभावित करने की संभावन जताई गई है।
पत्र में लिखा कि भाजपा प्रत्याशी के पति वन मंत्री है। बडे वन अधिकारी सीसीएफ, कर्मचारीगण, वन समितियों में कार्यरत पदाधिकारियों को झाबुआ में इकटठा कर लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने एवं करवानें हेतु अपने पद एवं प्रभाव का दुरूपयोग करने की प्रबल संभावना है।
चुनाव दो दिन पश्चात होकर ऐसी परिस्थिति में सभी को एकत्रित करना संदेहास्पद होकर निष्पक्ष चुनाव होने की संभावनाएं क्षीण हो सकती है। इस बात की प्रबल संभावना है कि इन बडे अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा वन समितियों को भाजपा के पक्ष में कार्य करने हेतु प्रभावित किया जा सकता है।
श्री भूरिया ने जिला निर्वाचन अधिकारी से तत्काल उचित कार्रवाही एवं निगरानी रखे जाने की मांग की है।
ताजा खबरों के लिए फॉलो करे
लाइक |