झाबुआ से श्याम त्रिवेदी की खास रिपोर्ट
गुरु पूर्णिमा उत्सव!
गुरु पारस समान है, जो लोहे को स्पर्श कर सोना कर दे - श्रीमती शर्मा
झाबुआ। शासकीय कन्या महाविद्यालय में सोमवार को
गुरु पूर्णिमा उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सेवानिवृत प्राचार्य शिक्षाविद डॉक्टर के. के.त्रिवेदी व शारदा ग्रुप के संचालिका शिक्षाविद श्रीमती किरण शर्मा थे ।
सर्वप्रथम अतिथियों ने मां सरस्वती की आराधना व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुम्भारम्भ किया।
प्राचार्य डॉक्टर दिनेश कटारा ने महाविद्यालय परिवार की ओर से पुष्प माला शाल श्रीफल से गुरुजनों का सम्मान किया।
आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आपने कहा कि कन्या महाविद्यालय के लिए आज सौभाग्य का दिन है कि आज गुरुजनों के सम्मान का अवसर प्राप्त हुआ। अपने छात्रों को अपने गुरु के प्रति आदर सम्मान के लिए प्रेरित किया।
मुख्य अतिथि डॉक्टर त्रिवेदी ने कहा कि अनुभव सबसे बड़ा गुरु होता है। अपने भारतीय संस्कृति के अनेक महान गुरु के उदाहरण देकर भारत की महान गुरु शिष्य परंपरा पर प्रकाश डाला।
श्रीमती शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा की गुरु वह पारस है जो स्पर्श मात्र से लोहे को सोना बना देता है गुरु का दर्जा भगवान से भी बड़ा है अतः हमें जीवन की सही राह गुरु ही दिखा सकते हैं , गुरु परम वंदनी है।
कार्यक्रम में सरस्वती वंदनाव स्वागत गीत कुमारी तनीषा गोस्वामी ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर प्रीति समदरियां त्रिपाठी ने किया व आभार महाविद्यालय की प्रशासनिक अधिकारी डॉक्टर सारिका डुडवे ने प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅक्टर प्रकाश अलन्से, डाॅक्टर बी.एस. बघेल, डाॅक्टर लोकेन्द्र सिंह झाला, डाॅक्टर प्रियंका भालिया, डाॅक्टर रिद्धि माहेश्वरी सहित महाविद्यालय का समस्त स्टाफ व बड़ी मात्रा में छात्राएं उपस्थित थी।
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